डिजिटल रिकार्ड क्या है? भारत का डिजिटल रिकार्ड 2025 - पूरी जानकारी
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डिजिटल रिकार्ड क्या है? भारत का डिजिटल रिकॉर्ड 2025 - पूरी जानकारी
डिजिटल रुपया (डिजिटल रुपया) एक सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) है जिसे भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा लॉन्च किया गया है। यह डिजिटल रूप में होता है, जो एक तरह से मान्य है लेकिन केवल डिजिटल रूप में मौजूद होता है।
डिजिटल रिकार्ड और UPI में
- UPI पासपोर्ट पासपोर्ट पासपोर्ट है, जबकि डिजिटल रुपया एक खुद की मुद्रा है।
- बिना टिकट के डिजिटल टिकट बैंक में रख सकते हैं।
- डिजिटल टर्मिनस मॉड में भी काम किया जा सकता है।
1. आरबीआई डिजिटल रुपया जारी करता है।
2. बैंक इसे ग्राहक को सलाह के माध्यम से देता है।
3. ग्राहक QR कोड से या ऐप के आधार टूल पर कर सकते हैं।
डिजिटल रिकार्ड के फायदे
- तेज़ और सुरक्षित भुगतान
- संग्रहालय और पोर्टफोलियो में कमी
- पेपरलेस और कैशलेस इकोनोमी का विस्तार
- शिक्षक सुविधा
- साइबर हमला और हैकिंग का खतरा
- निजी की चिंता
- कम डिजिटल बांस वाले का इस्तेमाल लोगों के लिए मुश्किल है
आरबीआई ने पायलट प्रोजेक्ट के बाद इसे प्रमुख बैंकों और कुछ शहरों में लॉन्च किया है। 2025 तक पूरे देश में चुनाव की उम्मीद है।
डिजिटल रिकार्ड कैसे प्राप्त करें?
आप बैंक, कॉम्बैट, कॉम्बैट जैसे बैंक या बैंक, फोन जैसे ऐप्स से डिजिटल आरबीआई में ले सकते हैं।
डिजिटल रिकार्ड का उपयोग कैसे करें?
- QR कोड से स्कैन करें
- व्यक्ति से व्यक्ति को स्थान दें
- खरीदारी और सेवा के लिए भुगतान करें
डिजिटल रूप से भारत को डिजिटल रूप से आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे कम कीमत, कम लागत, और तेज़ सिस्टम का लाभ मिलेगा। आने वाले वर्षों में यह मुद्रा का भविष्य बन सकता है।
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